क्या आपको पता है बैचलर डिग्री किसे कहते है? (bachelor degree kise kahate hain) यदि नहीं तो आज आप इस पोस्ट को पढ़कर बैचलर डिग्री के बारे में जान सकते है क्योंकि मैंने यहाँ पर बैचलर डिग्री के बारे में सारी जानकारी दी है जैसे कि बैचलर डिग्री क्या है, बैचलर डिग्री का मतलब क्या होता है, बैचलर डिग्री कैसे प्राप्त करे इत्यादि |
जो विध्यार्थी अभी स्कूल में पढ़ रहे है उन्हें पता ही नहीं होता कि आगे की पढ़ाई में क्या क्या होता है? इसलिए जब वे बैचलर डिग्री का नाम सुनते है तो सोच में पड़ जाते है | यदि आप भी ऐसे विध्यार्थी हो तो आप इस पोस्ट को पढ़कर बैचलर डिग्री की सारी जानकारी ले सकते हो |

Table of Contents
- 1 बैचलर डिग्री किसे कहते है? (Bachelor Degree Kise Kahate Hain)
- 2 बैचलर डिग्री का फोटो
- 3 बैचलर डिग्री में कोन कोनसे कोर्स होते है? (बैचलर डिग्री के प्रकार)
- 4 01. बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए)
- 5 02. बैचलर ऑफ साइन्स (बीएससी)
- 6 03. बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम)
- 7 बैचलर डिग्री पाने के लिए विषय का चुनाव कैसे करे?
- 8 बैचलर डिग्री कैसे प्राप्त करे?
- 9 बैचलर डिग्री के फायदे
- 10 अंतिम दो शब्द
बैचलर डिग्री किसे कहते है? (Bachelor Degree Kise Kahate Hain)
हम सब जानते है कि भारत में शिक्षा का बड़ा महत्व है | शुरुआत में हम सब स्कूल में जाते है जहां पर दसवीं क्लास तक पढ़ते है | दसवीं तक सभी वैश्य पढ़ने पड़ते है जैसे कि हिन्दी, अग्रेजी, विज्ञान, गणित, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान इत्यादि | दसवीं के बाद हमें आर्ट्स, साइन्स, कॉमर्स विषयों में से किसी एक कोर्स का चुनाव करना पड़ता है | यह कोर्स ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा में पढ़ना पड़ता है |
अब बारी आती है कि बारहवीं के बाद कॉलेज जाना होता है लेकिन विध्यार्थियों को यह नहीं पता होता कि कॉलेज में कोनसा कोर्स करना होता है | बारहवीं के बाद कॉलेज में किया जाने वाला कोर्स बैचलर डिग्री कहलाता है | बैचलर डिग्री को हिन्दी में स्नातक डिग्री भी कहा जाता है |
सामान्य तौर पर बैचलर डिग्री का कोर्स तीन साल का होता है जिसे हम आप भाषा में फ़र्स्ट इयर, सेकंड इयर, थर्ड इयर के नाम से जाना जाता है | बैचलर डिग्री में भी हमें अलग-अलग विषय चुनना पड़ता है तथा उन्हें तीन साल तक विस्तृत में पढ़ना होता है |
कॉलेज में फ़र्स्ट इयर, सेकंड इयर, थर्ड इयर पास कर लेने के पास उसके पास संबन्धित यूनिवरसिटी से डिग्री प्राप्त होती है | इस डिग्री को ही बैचलर डिग्री कहते है | यह प्रत्येक साल की मार्कशीट से अलावा यूनिवरसिटी के द्वारा जारी की जाती है | जिसमें साफ-साफ लिखा जाता है कि इस विध्यार्थी ने वर्ष 2020 से वर्ष 2023 तक फलाना कॉलेज के अध्यनरत होकर स्नातक की डिग्री प्रथम श्रेणी से पास की है |
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बैचलर डिग्री का फोटो
आपने यह तो समझ ही लिया कि बैचलर डिग्री किसे कहते है (Bachelor Degree Kise Kahate Hain) लेकिन क्या आपने कभी बैचलर डिग्री अपनी आँखों से देखी है | मेरे हिसाब से यदि आप अभी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी तो आपने अभी तक बैचलर डिग्री नहीं देखी होगी |
अब मैं आपको मेरी बैचलर की डिग्री की फोटो बताने जा रहा हूँ जिसे देखकर आप अच्छे से समझ जायेंगे कि बैचलर डिग्री क्या है? (Bachelor Degree Kya Hai)

बैचलर डिग्री में कोन कोनसे कोर्स होते है? (बैचलर डिग्री के प्रकार)
यदि हम सरल भाषा में बात करे तो बैचलर डिग्री हेतु हमे विषयों का चयन करना पड़ता है तथा चुने गए विषय को तीन साल पढ़ने के बाद बैचलर की डिग्री मिलती है | सामान्यता बैचलर की डिग्री तीन प्रकार की होती है जिसकी जानकारी इस प्रकार है-
- बैचलर ऑफ आर्ट्स
- बैचलर ऑफ साइन्स
- बैचलर ऑफ कॉमर्स
01. बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए)
यदि कोई विध्यार्थी आर्ट्स विषय का चयन करता है तथा किसी कॉलेज में दाखिला लेकर आर्ट्स को तीन साल तक पढ़ता है तो तीन साल पास कर लेने के बाद उस कॉलेज की यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गयी बैचलर डिग्री को बैचलर ऑफ आर्ट्स कहा जाता है | इसे शॉर्ट में बीए भी कहते है |
02. बैचलर ऑफ साइन्स (बीएससी)
इसी प्रकार कॉलेज में प्रवेश के समय यदि कोई विद्यार्थी साइन्स विषय चुनता है और तीनों वर्ष में लगातार पास होता जाता है उस कॉलेज की संबधित यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की जाने वाली बैचलर डिग्री को बैचलर ऑफ साइन्स कहते है | इसे शॉर्ट में बीएससी भी कहते है |
03. बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम)
कॉमर्स विषय का चयन करने के बाद कॉलेज में पास फ़र्स्ट, सेकंड व थर्ड इयर पास होने के बाद यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की जाने वाली बैचलर डिग्री को बैचलर ऑफ कॉमर्स कहते है | इसे शॉर्ट में बीकॉम भी कहते है |
मैं आपको यह भी बताना चाहूँगा कि बैचलर की डिग्री के केवल तीन प्रकार ही होते है | यदि कोई विध्यार्थी बारहवीं के बाद कोई डिप्लोमा का कोर्स करता है तो उसे बैचलर की डिग्री नहीं कहा जाता है | हालांकि कुछ डिप्लोमा बैचलर डिग्री के समकक्ष माने जाते है |
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बैचलर डिग्री पाने के लिए विषय का चुनाव कैसे करे?
बैचलर ऑफ आर्टिस में भी हमे आर्ट्स के कुछ विषय ही चुनने पड़ते है | यह चुनाव आपको अपने इंटरेस्ट के हिसाब से करना चाहिए क्योंकि बिना इंटरेस्ट के आप किसी ही विषय को पढ़ने से जी चुराते है | और पढ़ाई में आपका मन नहीं लगता है |
मैं आपको सलाह देता हूँ कि यदि आप कॉलेज में दाखिला लेने वाले है तो आपको विषय का चुनाव अपने और केवल अपने इंटरेस्ट के हिसाब से चुना करना चाहिए | यह नहीं होना चाहिए कि मेरे उस दोस्त ने ये-ये विषय चुने है तो मैं भी वहीं विषय का चुनाव करे | यह बिलकुल गलत है क्योंकि बैचलर की डिग्री लेने के लिए आपको विषयों का चुनाव अपने इंटरेस्ट के अनुसार ही करना चाहिए ताकि अगले तीन साल में आप उस विषय से बिलकुल भी बोर नहीं होवे |
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बैचलर डिग्री कैसे प्राप्त करे?
अब बात आती है कि बैचलर की डिग्री के बारे में तो पता चल ही गया | बैचलर की डिग्री के प्रकार भी पता चल गए लेकिन हम बैचलर की डिग्री कैसे प्राप्त करे ? रुको, आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है | मैं यहाँ पर बैचलर की डिग्री प्राप्त करने का तरीका व पूरा प्रोसैस बताने जा रहा हूँ | जिसके द्वारा आप भी एक बैचलर डिग्री प्राप्त कर सकते है |
बैचलर की डिग्री प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले बारहवीं क्लास पास होना जरूरी होता है | तो सबसे पहले आप अपनी स्कूली शिक्षा को पूरा कर लेवे | अब आपको किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आवेदन करना पड़ेगा | कुछ कॉलेज प्रवेश के लिए एक्जाम लेती है तथा कुछ कॉलेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी के बाहरवीं के प्रतिशत के आधार पर प्रवेश मिल जाता है | इसका पता आप संबन्धित कॉलेज की ओफिसियल वैबसाइट पर जाकर अथवा कॉलेज में स्वयं जाकर पता लगा सकते है |
एक बार कॉलेज में प्रवेश मिल जाने के बाद आपको फ़र्स्ट इयर के सभी एक्जाम पास करने होते है | फिर दूसरी व तीसरी साल होने वाले सभी एक्जाम भी पास करने पढ़ते है | फ़र्स्ट इयर, सेकंड इयर व थर्ड इयर पास कर लेने के बाद उस कॉलेज के साथ जुड़ी हुई यूनिवर्सिटी द्वारा एक सर्टिफिकेट जारी किया जाता है जिसे बैचलर की डिग्री कहा जाता है | तीनों साल की मार्कशीट के साथ-साथ बैचलर की डिग्री की बड़ी महत्वता होती है |
बैचलर डिग्री के फायदे
आखिर बैचलर की डिग्री प्राप्त करने के फायदे क्या-क्या है? यदि आप बैचलर की डिग्री के फायदे ढूंढ रहे है तो आपको यहाँ पर बैचलर डिग्री के फायदे की लिस्ट मिलने वाली है | आप इस लिस्ट को पढ़कर जान सकते है कि बैचलर की डिग्री के फायदे क्या है |
- सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने पर बैचलर की डिग्री की पात्रता जरूरी होती है | हालांकि कुछ नौकरियाँ मास्टर डिग्री की पात्रता भी मांगते है तथा कुछ नौकरियाँ बाहरवी क्लास की पात्रता ही मांगते है | लेकिन आज के जमाने में अधिकतर सरकारी नौकरियों में बैचलर की डिग्री की पात्रता ही रखी जाती है |
- यह एक शेक्षणिक दस्तावेज़ है जिसके द्वारा आपके ज्ञान व अनुभव को साबित करता है |
- मास्टर डिग्री में प्रवेश करने के लिए बैचलर की डिग्री जरूरी होती है | बिना बैचलर की डिग्री के आप मास्टर डिग्री में प्रवेश नहीं ले सकते है |
- यह डिग्री यदि फेमस कॉलेज से मिलती है तो आपकों किसी भी जॉब में लेने के समय कंपनी पर अलग से प्रभाव पड़ता है |
अंतिम दो शब्द
आज आपने इस पोस्ट में बैचलर डिग्री किसे कहते है (Bachelor Degree Kise Kahate Hain) के बारे में जाना | यहाँ पर बैचलर डिग्री का मतलब क्या होता है, को भी विस्तार से समझाया गया है | मैं यह दावे के साथ कह सकता हूँ कि आप इस पोस्ट को पढ़ने के बाद बैचलर डिग्री क्या है (Bachelor Degree Kya Hain) के बारे में पूरा समझ गए है |