क्या आप परावर्तन के बारे में जानते है यदि नहीं तो आपको इस पोस्ट में परावर्तन किसे कहते हैं?(Pravartan Kise Kahate Hain), परावर्तन का अर्थ एवं परिभाषा के बारे में जानकारी मिलने वाली है |

परावर्तन किसे कहते हैं?(Pravartan Kise Kahate Hain)
जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती है तो वह परावर्तक पृष्ठ से टकराकर पुन: वापस लोट आती है | इस घटना को परावर्तन कहते है |
परावर्तन की घटना घटित होने के पहले प्रकाश की किरण को आपतित किरण कहा जाता है तथा परावर्तन के बाद उस किरण को परावर्तित किरण कहते है |
प्रकाश की किरण जिस पृष्ठ पर टकराकर परावर्तित होती है उसे परावर्तक पृष्ठ कहते है |
परावर्तक पृष्ठ पर 90 डिग्री के कोण पर अभिलंब होता है | अभिलंब एवं आपतित किरण के बीच बनने वाले कोण को आपतित कोण कहा जाता है |
इसी प्रकार अभिलंब और परावर्तित किरण के मध्य बनने वाले कोण को परावर्तित कोण कहते है |
आपतित किरण, परावर्तित किरण तथा आपतन बिंदु पर खींचा गया अभिलंब तीनों एक ही तल में होते हैं। तथा आपतन कोण व परावर्तित कोण का मान बराबर होता है |
परावर्तन की चित्र सहित व्याख्या
परावर्तन को समझने के लिए परावर्तन चित्र ध्यान से देखे |

ऊपर दिये गए चित्र में आपतित किरण (I) अभिलंब के साथ आपतित कोण (i) बनाते हुए परावर्तक पृष्ठ से टकराती है और परावर्तन के पश्चात परावर्तित कोण (r) बनाते हुए पुन: परावर्तित किरण (R) उसी माध्यम में लोट जाती है |
इस प्रकार घटित हुई घटना को ही प्रकाश का परावर्तन कहते है |
परावर्तन में कोण i व कोण r का मान बराबर होता है |
जब हम दर्पण में देखते हैं तो हमें अपना चेहरा दिखाई देता है।
यह अभी पढे- वोल्टेज किसे कहते हैं?
परावर्तन के प्रकार
परावर्तन दो प्रकार के होते है-
- नियमित परावर्तन
- विसरित परावर्तन (अनियमित परावर्तन)
परावर्तन की प्रक्रिया के दौरान जब परावर्तक तल समतल होता है तो इस प्रकार के परावर्तन को नियमित परावर्तन कहते है |
जब परावर्तन की क्रिया में परावर्तक तल खुरदरा होता है तो उसे विसरित परावर्तन कहते है |
परावर्तन के नियम
परावर्तन के दो नियम है जो कि निम्न है
परावर्तन का पहला नियम- आपतित किरण, परावर्तित किरण एवं आपतन बिन्दु पर अभिलम्ब तीनों एक ही तल में होते हैं।
परावर्तन का दूसरा नियम- आपतन कोण का मान परावर्तन कोण के मान के बराबर होता है।
परावर्तन से संबन्धित पूछे जाने वाले प्रश्न
परावर्तन के कितने नियम है?
दो |
प्रकाश का परावर्तन क्यों होता है?
प्रकाश का परावर्तन का मुख्य कारण अलग-अलग माध्यम में प्रकाश की चाल के कारण होता है | जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती तो दोनों माध्यम में प्रकाश की चाल भिन्न-भिन्न होने की वजह से परावर्तक पृष्ठ पर प्रकाश की किरण अभिलंब की तरफ मुड़ जाती है | इस घटना को प्रकाश का परावर्तन कहते है |
परावर्तन कितने प्रकार के होते है?
परावर्तन दो प्रकार के होते है-
नियमित परावर्तन
विसरित परावर्तन (अनियमित परावर्तन)
अंतिम दो लाइन
आपने इस पोस्ट में परावर्तन किसे कहते हैं?(Pravartan Kise Kahate Hain), परावर्तन के नियम, परावर्तन के प्रकार, परवर्तन के उदाहरण आदि के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की है |
आपको यह जानकारी कैसी लगी जरूर बतावे |