उपग्रह किसे कहते है? (Upgrah Kise Kahate Hain)

आप उपग्रह क्या है या उपग्रह किसे कहते है? (Upgrah kise kahate hain) का सही उत्तर ढूंढ रहे है तो आप इस वैबसाइट पर बिलकुल सही आए है | मैंने यहाँ पर उपग्रह, उपग्रह की परिभाषा, उपग्रह के प्रकार तथा उपग्रह से संबन्धित परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी प्रश्नो के उत्तर दिये है |

हम सभी यह तो जानते ही है कि सोरमंडल में कई सारे गृह पाये जाते है जो सूर्य के चारों और चक्कर लगाते रहते है लेकिन उपग्रह क्या होते है | आज मैंने आपके उपग्रह के बारे में विस्तार से बताने वाला हूँ | मैं वादा करता हूँ कि यदि आपने इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ लिया तो आप उपग्रह से संबन्धित सभी प्र्श्नो के सही उत्तर दे पाओगे | तो चलिये जानते है कि आखिर उपग्रह किसे कहते है?

Upgrah Kise Kahate Hain

Table of Contents

उपग्रह किसे कहते है? (Upgrah Kise Kahate Hain)

वे आकाशीय पिण्ड जो सोरमंडल में पाये जाने वाले ग्रहों के गुरुत्वीय क्षेत्र में चारों और चक्कर लगाते है उन्हें उपग्रह कहते है | यह उपग्रह ग्रहों के चारों और एक कक्षा में परिक्रमा लगाते रहते है | उपग्रहों की कक्षाएँ वृताकर तथा दीर्घ वृताकर होती है |

उपग्रह को सैटेलाइट भी कहा जाता है | परीक्षा में यदि सैटेलाइट लिखा हुआ आता है जो इसका मतलब उपग्रह के बारे में ही पूछा गया है | कन्फ्युज होने की आवश्यता नहीं है |

उपग्रह नाम से ही ज्ञात होता है कि यह दो शब्दों उप+ग्रह से मिलकर बना हुआ है | उप मलतब अनुरूप तथा ग्रह का मतलब आकाशीय पिण्ड होता है | अर्थात वे सभी आकाशीय पिण्ड तो ग्रहों के अनुरूप पाये जाते है तथा ग्रहों के चारों और निश्चित कक्षा में चक्कर लगाने रहते है उन सभी आकाशीय पिंडों को उपग्रह कहा जाता है |

आपने चंद्रमा का नाम तो सुना ही होगा | चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है | इसका मलतब है कि चंद्रमा (आकाशीय पिण्ड) जो पृथ्वी (गृह) के चारों और परिक्रमा लगाता रहता है इस लिए चंद्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है |

उपग्रह के उदाहरण

कुछ ग्रहों को छोड़कर लगभग सभी ग्रहों के उपग्रह पाये जाते है परंतु यहाँ पर कुछ महत्वपूर्व उपग्रहों के नाम ही उदाहरण के रूप में बताए जा रहे है-

  • चंद्रमा (पृथ्वी का उपग्रह)
  • आर्यभट्ट (पृथ्वी का उपग्रह)
  • भास्कर-1 (पृथ्वी का उपग्रह)
  • रोहिणी आर एस 1 (पृथ्वी का उपग्रह)
  • इनसेट (पृथ्वी का उपग्रह)
  • टाइटन (शनि का उपग्रह)
  • गिनिपीड (बृहस्पति का उपग्रह)
  • गेनिमेड कैलिस्टों (बृहस्पति का उपग्रह)
  • आयो यूरोपा (बृहस्पति का उपग्रह)
  • रिया (शनि का उपग्रह)
  • ट्राइटन (नेप्चयून का उपग्रह)
  • फ़ोबस और डाइमस (मंगल के उपग्रह)

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उपग्रह कितने प्रकार के होते है? (उपग्रह के प्रकार)

उपग्रह किसे कहते है, यह जानने के बाद अब बात करते है कि उपग्रह कितने प्रकार के होते है | समान्यतया उपग्रह दो प्रकार के होते है-

  1. प्राकृतिक उपग्रह
  2. कृत्रिम उपग्रह

प्राकृतिक उपग्रह किसे कहते है?

वे प्राकृतिक आकाशीय या खगोलीय पिण्ड तो उपग्रह के चारों और चक्कर लगाते रहते है उन्हें प्राकृतिक उपग्रह कहते है | यह उपग्रह अपने आप ही बने होते है तथा लगातार अपने ग्रह के चारों और परिक्रमा लगाते रहते है |

प्राकृतिक उपग्रह को नैचुरल सैटेलाइट भी कहा जाता है | यहाँ से और पढे |

प्राकृतिक उपग्रह के उदाहरण

  • चंद्रमा (पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह)
  • फ़ोबस और डाइमस (मंगल के प्राकृतिक उपग्रह)
  • टाइटन (शनि का प्राकृतिक उपग्रह)
  • गिनिपीड (बृहस्पति का प्राकृतिक उपग्रह)
  • गेनिमेड कैलिस्टों (बृहस्पति का प्राकृतिक उपग्रह)

यह भी पढे- पर्वत किसे कहते है?

कृत्रिम उपग्रह किसे कहते है? (Kritrim Upgrah Kise Kahate Hain)

वे उपग्रह जो मानव द्वारा निर्मित किए गए है तथा ग्रहों के चारों और एक निश्चित कक्षा में परिक्रमा लगाते रहते है इन उपग्रहों को कृत्रिम उपग्रह कहा जाता है |

कृत्रिम उपग्रहों को आर्टिफिसियल सैटेलाइट भी कहा जाता है | ये उपग्रह मनुष्य द्वारा बनाए जाते है तथा मनुष्य के प्रयास के द्वारा ही गृह की कक्षा में स्थापित किए जाते है |

सबसे पहला कृत्रिम उपग्रह स्पूतनिक-1 सोवियत रूस द्वारा बनाया गया था | इसी प्रकार भारत द्वारा निर्मित सबसे पहला कृत्रिम उपग्रह रोहिणी था जो कि 1980 में उपग्रह के रूप में खुद भारत ने सोरमंडल में स्थापित किया गया गया था | आर्यभट्ट उपग्रह जो कि भारत द्वारा बनाया गया था परंतु किसी अन्य देश की सहायता से सन् 1975 में प्रक्षेपित किया गया था | यहाँ से और पढे |

कृत्रिम उपगृह के उदाहरण

  • रोहिणी
  • स्पूतनिक-1
  • आर्यभट्ट
  • विनासैट
  • एसयूएनएसएटी
  • इंटासैट

उपग्रह का उपयोग क्या होता है? (उपग्रह की उपयोगिकता)

विभिन्न देशो द्वारा बनाए गए तथा प्रक्षेपित किए गए उपग्रहों का मानव जीवन से बहुत सारे उपयोग है | इनमें से मुख्य उपयोग यहाँ पर प्रस्तुत किए जा रहे है-

  • संचार व्यवस्था में भी उपग्रहों का ही उपयोग होता है |
  • मौसम की जानकारी का पता लगाने का कार्य भी कृत्रिम उपग्रहो के द्वारा किया जाता है | आँधी, तूफान, बारिश का पूर्वानुमान लगाने में इन्हीं उपग्रहों का प्रयोग किया जाता है |
  • वायुमंडल, ग्रहों, उल्का पिंडों, आदि का अध्ययन उपग्रहों के द्वारा ही संभव हो पाया है |
  • टेलीविज़न में आने वाले कार्यक्रमों का रेडियों पर आपने वाले सभी कार्यक्रमों का संचालन इन्हीं उपग्रहों के माध्यम से संभव हो पाया है |
  • दूसरे देशों की जासूसी करने का कार्य भी उपग्रहों के माध्यम से ही किया जाता है |

सबसे बड़े प्राकृतिक उपग्रहों की लिस्ट

  1. गिनिपीड (बृहस्पति ग्रह का उपग्रह)
  2. टाइटन (शनि ग्रह का उपग्रह)
  3. कैलिस्टों (बृहस्पति ग्रह का उपग्रह)
  4. आईओ (बृहस्पति ग्रह का उपग्रह)
  5. चंद्रमा (पृथ्वी ग्रह का उपग्रह)
  6. यूरोपा (बृहस्पति ग्रह का उपग्रह)
  7. ट्राइटन (वरुण ग्रह का उपग्रह)
  8. टिटानिया (अरुण ग्रह का उपग्रह)
  9. रिया (शनि ग्रह का उपग्रह)
  10. ओबेरॉन (अरुण ग्रह का उपग्रह)

यह भी पढे- दक्षिण भारत की गंगा किसे कहते है?

तुल्यकाली उपग्रह किसे कहते है? (भू स्थिर उपग्रह)

वे उपग्रह जो पृथ्वी के चारों और एक निश्चित कक्षा में पृथ्वी के समान ही 24 घंटे में परिक्रमा करते है इन्हें तुल्यकाली या भू तुल्यकाली उपग्रह कहते है | यह उपग्रह पृथ्वी के समान ही 24 घंटे में एक परिक्रमा पूरी करते है इसलिए पृथ्वी से यह उपग्रह स्थिर ही दिखाई देते है | इसलिए तुल्यकाली उपग्रहो को भू-स्थिर उपग्रह भी कहते है |

भू तुल्यकाली (भू स्थिर) उपग्रहों का सबसे अधिक उपयोग संचार क्षेत्र में किया जा रहा है | यह उपग्रह अपनी धुरी पर पश्चित से पूर्व की परिक्रमा लगाते रहते है |

भू स्थाई उपग्रह की पृथ्वी की सतह से ऊंचाई 36000 किलोमीटर होती है |

धुर्वीय उपग्रह किसे कहते है?

वह कृत्रिम उपग्रह जिनकी ऊंचाई पृथ्वी तल से काफी कम होती है तथा जिनकी घूमने की कक्षा पृथ्वी के उतरी व दक्षिणी धुर्व के समीप से गुजरती है, उन्हें धुर्वीय उपग्रह कहते है |

धुर्वीय उपग्रहों का आवर्तकाल लगभग 100 मिनट का होता है | इन उपग्रहों की मदद से दूरस्थ स्थानों के बारे में जानकारी इकट्ठी की जाती है इसलिए इन्हे दूर संवेदी उपग्रह के नाम से भी जाना जाता है |

धुर्वीय उपग्रह पृथ्वी की घूर्णन गति के विपरीत गति करते है। अर्थात ये उपग्रह पूर्व से पश्चिम की और परिक्रमा करते है | इन उपग्रहों का उपयोग मौसम की जानकारी पता लगाने में किया जाता है।

इन उपग्रहों की सहायता से दूरस्थ स्थानों की सूचना प्राप्त की जा सकती है। इसलिए इन्हे दूर संवेदी उपग्रह (Remote sensing Satelite) भी कहते है। ये उपग्रह पृथ्वी की घूर्णन गति के विपरीत गति करते है। इनकी कक्षा को पशचगतिक कक्षा (retrograde orbit) कहते है। इनका परिक्रमण काल कुछ घंटे लगभग 100 मिनट होता है। ध्रुवीय उपग्रह की कक्षा की दिशा उतर दक्षिणी होती है। जबकि पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूर्णन करती है। इसके नीचे पृथ्वी पूर्व पश्चिम दिशा में परिक्रमण करती है।

परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्व प्रश्न

कौनसे ग्रह के एक भी उपग्रह नहीं है?

बुध ग्रह व शुक्र ग्रह के |

सर्वाधिक उपग्रह किस ग्रह के हैं |

शनि गृह के |

मंगल ग्रह के कितने उपग्रह है?

मंगल ग्रह के दो उपग्रह है | पहला फोबोस तथा दूसरा डिमोस |

पृथ्वी ग्रह के कितने उपग्रह है?

पृथ्वी ग्रह के एक उपग्रह है जिसका नाम है चंद्रमा |

शनि ग्रह के उपग्रहों की संख्या कितनी है?

शनि ग्रह के सबसे ज्यादा उपग्रह है | यह संख्या में कुल 82 है |

शनि ग्रह का कौनसा उपग्रह सबसे बड़ा है?

शनि ग्रह का टाइटन उपग्रह सबसे बड़ा उपग्रह है जो बुध के बराबर आकार का है |

वरुण ग्रह के कितने उपग्रह है?

वरुण ग्रह के कुल उपग्रहों की संख्या 13 है जिनमें से ट्रिटान बड़ा उपग्रह है |

यूरेनस ग्रह के कितने उपग्रह है?

यूरेनस ग्रह के कुल 27 उपग्रह है जिनमे से टाइटेरिया सबसे बड़ा है |

भू स्थिर उपग्रहों का आवर्तकाल कितना होता है ?

24 घण्टे |

अंतिम दो शब्द

आज मैंने इस पोस्ट में उपग्रह किसे कहते है (Upgrah Kise Kahate Hain), उपग्रह के प्रकार व उपग्रह की उपयोगिता का विस्तार से वर्णन किया है | इसके अलावा प्राकृतिक, कृत्रिम, भू-स्थिर, तुल्यकाली तथा धुर्वीय उपग्रहों के बारें में भी बताया है | उपग्रह के बारे में लगभग सभी प्रश्न इस पोस्ट में शामिल किए गए है | परीक्षा की दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है |

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