योगासन किसे कहते हैं ? परिभाषा, अर्थ, प्रकार, फायदे

क्या आप योगासन के बारे में जानते हो? यदि नहीं तो आपको इस पोस्ट में योगासन किसे कहते हैं (Yogasan Kise Kahate Hain), योगासन की परिभाषा, योगासन का अर्थ, योगासन के प्रकार, योगासन के फायदे आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है |

Yogasan Kise Kahate Hain

योगासन किसे कहते हैं ? (Yogasan Kise Kahate Hain)

योगासन शब्द संस्कृत के दो शब्दों युज और आसान से मिलकर बना हुआ है | युज का मतलब “एकजुट होना” होता है तथा आसन का मतलब “शरीर की मुद्राएँ” होता है |

योगासन करने से हमारा शरीर सुंदर, स्वस्थ, शुद्ध तथा सक्रिय बना रहता है | अत: मानव शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अलग-अलग योग मुद्राएँ करना योगासन कहलाता है |

भारत देश में योगासन प्राचीन काल से चला आ रहा है और आज भी कई प्रतियोगिताओं में योगासन को खेल के रूप में शामिल किया जाता है | ऋग्वेद ग्रंथ में भी यौगिक क्रियाओं का उल्लेख किया गया है |

योगासन का अर्थ एवं परिभाषा

योगासन का शाब्दिक अर्थ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न क्रियाएँ एवं आसन करने से लिया जाता है | योगासन को यौगिक क्रिया, योगमुद्रा आदि नामों से भी जाना जाता है और आजकल योग को “योगा” भी कहा जाने लगा है |

योगासन के प्रकार

योगासन कुल 4 प्रकार के होते है जो कि निम्नलिखित है –

  1. बैठकर किए जाने वाले योगासन
  2. पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले योगासन
  3. पेट के बल लेटकर किए जाने वाले योगासन
  4. खड़े होकर किए जाने वाले योगासन
01. बैठकर किए जाने वाले योगासन की लिस्ट

पद्मासन, वज्रासन, सिद्धासन, मत्स्यासन, वक्रासन, अर्ध-मत्स्येन्द्रासन, गोमुखासन, पश्चिमोत्तनासन, ब्राह्म मुद्रा, उष्ट्रासन, आदि।

02. पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले योगासन की सूची 

अर्धहलासन, हलासन, सर्वांगासन, विपरीतकर्णी आसन, पवनमुक्तासन, नौकासन, शवासन आदि।

03. पेट के बल लेटकर किए जाने वाले योगासन

मकरासन, धनुरासन, भुजंगासन, शलभासन, विपरीत नौकासन आदि।

04. खड़े होकर किए जाने वाले योगासन

ताड़ासन, वृक्षासन, अर्धचंद्रमासन, अर्धचक्रासन, दो भुज कटिचक्रासन, चक्रासन, पादहस्तासन आदि।

दैनिक जीवन में योगासन के फायदे तथा लाभ

मनुष्य के दैनिक जीवन में योगासन का बड़ा महत्व है | योगासन करने से शरीर का चहुमुखी विकास होता है | फिर भी रोजाना योगासन करने के कुछ फायदे एवं लाभ यहाँ बताए जा रहे है –

  • शरीर हमेशा स्वस्थ रहता है |
  • मानसिक एवं शारीरिक शक्ति का विकास होता है |
  • चिंता से मुक्ति मिलती है |
  • शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है |
  • पूरे दिन व्यक्ति तरोताजा रहता है |
  • शरीर में लचिलापन आता है |
  • व्यक्ति ऊर्जावान रहता है |
  • एकाग्रता बढ़ती है |
  • मनुष्य की याददाश्त अच्छी होती है |
  • मनुष्य तनाव से मुक्त रहता है |
  • शरीर का वजन नियंत्रित एवं संतुलित रहता है |
  • शरीर में रक्त का संचरण सही होता है |
  • व्यक्ति को बढ़िया नींद आती है |
  • योगासन से शरीर के अंदर स्थित ग्रंथियां सही काम करती है |
  • पाचन क्रिया सुचारु रूप से काम करती है |
  • मांसपेसियों का विकास होता है |
  • शरीर पुष्ट, स्वस्थ एवं सुदृढ़ बनता है। 

योगासन करने का सही तरीका

वैसे योगासन बच्चे, नोजवान, बूढ़े कोई भी कर सकता है लेकिन योगासन हमेशा योगासन को सही तरीके से करना चाहिए |

यदि आपको योगासन का सही तरीका पता नहीं है तो यहाँ पर योगासन करने का सही एवं कारगर तरीका बताया जा रहा है | योगासन करते समय इन चीजों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए –

  • शौच व स्नान करने के बाद योगासन करना चाहिए |
  • योगासन करने का स्थान समतल होता चाहिए | समतल स्थान पर आसन बिछाकर योगासन करना चाहिए |
  • योगासन करते समय ढीले वस्त्र पहनने चाहिए |
  • योगासन करने वाला स्थान खुला एवं हवादार होना चाहिए ताकि शुद्ध वायु श्वास में भीतर जाए |
  • वे आसन नहीं करने चाहिए जिसने एक बार करने पर शरीर की मांसपेशियाँ खींच जाए |
  • किसी भी आसन को जबर्दस्ती नहीं करना चाहिए |
  • ग्रभवती महिला को योगासन नहीं करना चाहिए |
  • योगासन शुरू करने से पहले तथा योगासन समाप्ति पर थोड़ी देर के लिए आराम करना चाहिए |

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